Chandigarh News: पीजीआई में डॉक्टर पर हमला, गले के निशान पर परिजन भड़के
पीजीआई चंडीगढ़ में जूनियर डॉक्टर के साथ परिजनों ने की मारपीट, चिकित्सक को आईसीयू से बाहर घसीटकर मारे थप्पड़;
Chandigarh News: चंडीगढ़ के पीजीआई संस्थान में एक बार फिर स्वास्थ्यकर्मी पर हमले का मामला सामने आया है। नियोनेटोलॉजी विभाग के एक जूनियर डॉक्टर के साथ परिजनों ने मारपीट की। बच्चे के गले पर निशान देखकर गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर को आईसीयू से बाहर खींचकर थप्पड़ जड़े। डॉक्टरों की संस्था ने इस पर नाराजगी जताते हुए सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
घटना का विवरण: आईसीयू से बाहर घसीटकर की मारपीट
चंडीगढ़ स्थित पीजीआई के नेहरू अस्पताल में वीरवार सुबह करीब 11:15 बजे एक दर्दनाक घटना घटी, जब नियोनेटोलॉजी विभाग के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर सिद्धार्थ चक्रवर्ती के साथ परिजनों ने मारपीट की। डॉ. सिद्धार्थ एक शिशु को IV कैनुला लगाने में सहायक डॉक्टर डॉ. पारस कांडपाल की मदद कर रहे थे। कुछ समय बाद नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि शिशु के गले पर चोट के निशान दिखे हैं।
Chandigarh News: 12 बजे पहुंचे रिश्तेदार, डॉक्टर को पीटा
निशान देखकर बच्चे के परिजनों ने अन्य 4-5 रिश्तेदारों को बुला लिया। दोपहर लगभग 12:20 बजे पहुंचते ही उन लोगों ने डॉ. सिद्धार्थ को ICU से बाहर खींचा और थप्पड़ मारने लगे। करीब 10 मिनट बाद डॉक्टर किसी तरह खुद को बचाते हुए आईसीयू के अंदर लौटे।
एफआईआर दर्ज, सुरक्षा को लेकर एआरडी सख्त
घटना की सूचना मिलते ही एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (ARD) के प्रतिनिधि डॉक्टर के समर्थन में पहुंच गए। उनकी पहल पर कुछ घंटों में ही सेक्टर-11 थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट व दुर्व्यवहार की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
Chandigarh News: निदेशक ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
ARD के सदस्य तुरंत इस मामले को संस्थान के निदेशक तक लेकर गए। निदेशक ने भरोसा दिया कि हमलावरों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं, इसके लिए उपाय किए जाएंगे।
डॉक्टरों की सुरक्षा प्राथमिकता: एआरडी अध्यक्ष
ARD अध्यक्ष डॉ. विष्णु जिंजा ने घटना पर नाराजगी जताते हुए इसे डॉक्टरों की गरिमा के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा, “हम इलाज करने के लिए हैं, मार खाने के लिए नहीं। डॉक्टरों पर हाथ उठाना अस्वीकार्य है। हम सुरक्षा बढ़ाने की मांग करते हैं।”