Covid-19 in India: भारत में फिर बढ़ा कोरोना का खतरा, JN.1 वैरिएंट पर नजर

ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट JN.1 की भारत में दस्तक, एक्सपर्ट्स ने बताई इसके संक्रमण और प्रभाव की हकीकत;

Update: 2025-05-22 10:43 GMT

Covid-19 in India: भारत समेत दुनियाभर में एक बार फिर Covid-19 के मामले बढ़ने लगे हैं। एशियाई देशों में इसका असर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है। हांगकांग, सिंगापुर और चीन से शुरू हुई यह लहर अब भारत में भी पहुंच गई है। 22 मई तक भारत में कुल 257 सक्रिय केस सामने आए हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 12 से 19 मई के बीच भारत में कुल 164 नए केस सामने आए, जिससे कुल एक्टिव केस की संख्या 257 हो गई। सबसे अधिक मामले केरल (95) में, फिर तमिलनाडु (66) और महाराष्ट्र (56) में दर्ज किए गए हैं।

ओडिशा में ढाई साल बाद फिर मिला कोविड मरीज

गुरुवार को ओडिशा में कोविड-19 का एक नया मामला सामने आया है। यह केस ढाई साल के अंतराल के बाद मिला है। मरीज की स्थिति स्थिर है लेकिन उसे अन्य बीमारियां भी हैं। स्वास्थ्य सचिव एस. अश्वथी ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन राज्य को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

Covid-19 in India: JN.1 वैरिएंट कितना खतरनाक? एक्सपर्ट की राय

डॉ. अनीश सिन्हा, संक्रामक रोग विशेषज्ञ, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, गांधीनगर ने बताया कि JN.1 को WHO ने वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट घोषित किया है। यह ओमिक्रॉन का ही एक प्रकार है और इसकी गंभीरता ज्यादा नहीं मानी जा रही है। लेकिन यह वैक्सीनेशन से बनी प्रतिरक्षा को चकमा देकर संक्रमण फैलाने में सक्षम है।

संक्रमण के लक्षण और बचाव की सलाह

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, JN.1 से संक्रमित लोगों में आमतौर पर सूखी खांसी, गले में खराश, नाक बहना, सिरदर्द, बुखार और थकान जैसे लक्षण दिखते हैं। कुछ मामलों में स्वाद और गंध का अहसास खत्म हो जाता है, साथ ही पाचन में भी परेशानी होती है।

बचाव के उपाय:

  • बुजुर्ग और कमजोर इम्युनिटी वाले लोग सतर्क रहें
  • मास्क पहनना और हाथों की सफाई बनाए रखना जरूरी
  • भीड़भाड़ वाली जगहों से दूरी बनाकर रखें
  • कोविड उपयुक्त व्यवहार को फिर से अपनाना होगा

Covid-19 in India: विशेषज्ञों का क्या कहना है?

भारत में फिलहाल गंभीर मामलों की संख्या कम है। महाराष्ट्र में दो मौतों की सूचना जरूर मिली है लेकिन मृतकों को पहले से गंभीर बीमारियां थीं। इससे यह साफ नहीं हो पाया है कि मौत का कारण कोरोना था या पहले से मौजूद बीमारियां।

डॉक्टरों ने सलाह दी है कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी है। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए सावधानी विशेष रूप से आवश्यक है।

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