Kullu News: 46 दिन बाद खुला मनाली-लेह मार्ग, बर्फ की दीवारों के बीच दौड़े वाहन
कई फीट ऊंची बर्फ की दीवारों के बीच शुरू हुई वाहनों की आवाजाही, बीआरओ ने सफलतापूर्वक बहाल किया 431 किमी लंबा मार्ग;
Kullu News: मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग-03 को 46 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने यातायात के लिए खोल दिया है। अब सैन्य और पर्यटक वाहन इस बर्फ से ढके मार्ग से होकर लेह-लद्दाख जा सकेंगे। बीआरओ ने लद्दाख के छोटे बालक तेनजिन देचन से सड़क का उद्घाटन करवाकर इसे आधिकारिक रूप से चालू कर दिया। इस बार मार्ग 19 दिन देरी से खोला गया है।
431 किमी लंबे मनाली-लेह हाईवे पर फिर से दौड़े वाहन
लगभग डेढ़ महीने के कठिन ऑपरेशन के बाद सीमा सड़क संगठन (BRO) ने सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए पूरी तरह बहाल कर दिया है। 431 किलोमीटर लंबे इस मार्ग से अब सेना और पर्यटकों के वाहन आराम से गुजर सकेंगे।
Kullu News: तेनजिन देचन ने किया शुभारंभ, बर्फ के बीच से शुरू हुई आवाजाही
मार्ग के आधिकारिक उद्घाटन के लिए BRO ने लद्दाख के पांच वर्षीय तेनजिन देचन से रिबन कटवाया। मंगलवार से मनाली और लेह के बीच वाहनों की आवाजाही बर्फ की 30 से 50 फीट ऊंची दीवारों के बीच से शुरू हो गई है।
सैलानियों को राहत, लाहौल में पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
अब पर्यटक दारचा, बारालाचा और सरचू होते हुए सीधा लेह जा सकते हैं, जबकि पहले उन्हें वैकल्पिक रास्ते से होकर जाना पड़ता था। इससे लाहौल क्षेत्र के पर्यटन को भी नया जीवन मिलेगा।
Kullu News: ऑपरेशन 'सिंदूर' के तहत तेज हुआ काम
भारतीय सेना की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए BRO पर दबाव था कि मार्ग को जल्द से जल्द खोला जाए। ऑपरेशन 'सिंदूर' के तहत समुद्रतल से करीब 16,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस मार्ग को सोमवार को सैन्य वाहनों के लिए खोला गया, और मंगलवार से इसे सभी प्रकार के वाहनों के लिए चालू कर दिया गया।
बर्फ हटाने में लगे 46 दिन, मशीनों की बड़ी भूमिका
अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल से लेकर हिमाचल की अंतिम सीमा सरचू तक सड़क को साफ करने में BRO को 46 दिन का समय लगा। इस दौरान लगभग 12 मशीनें तैनात की गईं, जिन्हें 30 से 50 फीट ऊंचे हिमखंडों को हटाने की चुनौती का सामना करना पड़ा।
Kullu News: 19 दिन देरी से खोला गया मार्ग
पिछले वर्ष यह मार्ग 23 अप्रैल को खुला था, जबकि इस बार इसे 19 दिन देरी से खोला गया है। BRO अधिकारियों के अनुसार, इस बार बर्फबारी देर से शुरू होने के कारण सफाई अभियान भी देर से शुरू हुआ। अभियान की अगुवाई 70 आरसीसी के कैप्टन संजय कृष्णन ने की।
1999 के कारगिल युद्ध में अहम भूमिका
कारगिल युद्ध के नायक ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ने कहा कि 1999 में भारत की जीत में इस मार्ग की बड़ी भूमिका रही थी। यह सड़क भारत को पाकिस्तान सीमा तक सीधे जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी है।