Una News: हिमाचल के दो जवान जम्मू-कश्मीर में घायल, एक ने दी शहादत

पाकिस्तान की ओर से हुई गोलाबारी में हिमाचल के ऊना जिले के दो जवान घायल, कांगड़ा के शहीद पवन कुमार को सैन्य सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई;

Update: 2025-05-12 06:41 GMT

Una News: जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से की गई बेतरतीब गोलीबारी में हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के दो जवान घायल हो गए हैं। आरएस पुरा में बीएसएफ में तैनात एसआई व्यास देव, जो हरोली उपमंडल के बाथू गांव के निवासी हैं, ड्यूटी के दौरान शनिवार रात गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि गोलाबारी के दौरान उन्हें भारी चोट लगी, जिससे उनका एक पैर खराब हो गया है। फिलहाल उनका इलाज जम्मू स्थित सैन्य अस्पताल में किया जा रहा है।

इसी तरह, ऊना जिले के ही छेत्रा गांव के रहने वाले भारतीय सेना की सिख रेजिमेंट के जवान गुरनाम सिंह भी राजोरी में बम धमाके की चपेट में आकर घायल हो गए हैं। उनके सिर में गंभीर चोटें आई हैं। दोनों जवानों की स्थिति पर सेना की ओर से लगातार निगरानी रखी जा रही है।

कांगड़ा के शहीद पवन को पूरे सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई

जम्मू के पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में शहीद हुए कांगड़ा जिले के शाहपुर निवासी सूबेदार मेजर पवन कुमार को रविवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

उनकी पार्थिव देह जब शाहपुर के सिहोलपुरी गांव पहुंची, तो पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया। उनकी पत्नी ने पारंपरिक वेशभूषा में अपने वीर पति को सैल्यूट करते हुए विदाई दी, जबकि बेटे अभिषेक ने उन्हें मुखाग्नि दी। पवन कुमार महज़ दो महीने में सेवानिवृत्त होने वाले थे।

बरदाईं श्मशानघाट में हुए अंतिम संस्कार के दौरान सेना की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और तीन राउंड फायर कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

Una News: भीड़ में उमड़ा जनसैलाब, पिता की आंखों में गर्व

पवन कुमार की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। सरकार की ओर से विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, भाजपा व कांग्रेस नेताओं समेत अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

गौरतलब है कि शनिवार को पुंछ सेक्टर में सेना की टुकड़ी सीमावर्ती इलाके में पेट्रोलिंग कर रही थी। इस दौरान पाकिस्तान की तरफ से भारी गोलाबारी हुई, जिसमें एक तोप के गोले के छर्रे सूबेदार मेजर पवन कुमार के पेट में लगे। वे गंभीर रूप से घायल हो गए और अत्यधिक रक्तस्राव के चलते शहीद हो गए।

उनके पिता की आंखों में आँसू नहीं, बल्कि एक वीर सपूत का गर्व साफ झलक रहा था।

Tags:    

Similar News