India Russia Relations: 'भारत से रिश्ते बिगाड़ना चाहता है पाकिस्तान', रूस ने किया खंडन
रूस ने पाकिस्तान के साथ आर्थिक साझेदारी की खबरों को बताया निराधार, भारत से रिश्ते कमजोर करने की साजिश करार;
India Russia Relations: रूस ने पाकिस्तान के साथ औद्योगिक सहयोग बढ़ाने की मीडिया रिपोर्ट्स को फर्जी और भ्रामक बताया है। मास्को ने स्पष्ट किया कि भारत-रूस के मजबूत रणनीतिक रिश्तों को प्रभावित करने के लिए जानबूझकर ऐसे दावे फैलाए जा रहे हैं। रूसी विदेश मंत्री ने भारत-रूस-चीन सहयोग को पुनर्जीवित करने की इच्छा भी जताई।
रूस ने पाक मीडिया की खबरों को बताया मनगढ़ंत
रूस ने शुक्रवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स को सिरे से खारिज कर दिया जिनमें दावा किया गया था कि वह पाकिस्तान के साथ आर्थिक रिश्तों को आगे बढ़ा रहा है। पाकिस्तानी मीडिया में यह खबर आई थी कि मास्को और इस्लामाबाद मिलकर स्टील सेक्टर में सहयोग बढ़ाने जा रहे हैं और नई स्टील मिलें लगाने की योजना बना रहे हैं।
बताया गया था कि 13 मई को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विशेष सहायक हारून अख्तर खान और रूस के प्रतिनिधि डेनिस नजरूफ के बीच इस्लामाबाद में बैठक हुई थी। इस दौरान कराची में स्टील मिल की स्थापना को लेकर एक संयुक्त कार्य समूह बनाने की बात सामने आई थी।
India Russia Relations: रूस ने स्पष्ट किया- कोई डील नहीं हो रही
रूस के सूत्रों ने इस बैठक की पुष्टि की लेकिन मीडिया में चल रही मल्टीबिलियन डॉलर की डील की बातों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह खबरें अतिशयोक्तिपूर्ण और झूठी हैं। रूस ने साफ किया कि भारत के साथ उसकी ‘विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी’ को कमजोर करने के लिए पाकिस्तान ऐसे प्रयास कर रहा है।
'भारत-रूस संबंधों को तोड़ना चाहता है पाकिस्तान'
एक वरिष्ठ रूसी अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी मीडिया में फैलाई गई खबरें भारत और रूस के मजबूत रिश्तों को बिगाड़ने की कोशिश हैं। उन्होंने कहा कि रूस-भारत के बीच जो रणनीतिक और ऐतिहासिक संबंध हैं, उन्हें ऐसे झूठे प्रचार से नहीं तोड़ा जा सकता।
India Russia Relations: रूसी विदेश मंत्री ने दिया स्पष्ट संदेश
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कहा कि उनका देश रूस-भारत-चीन (RIC) समूह को फिर से सक्रिय करने को लेकर सकारात्मक है। उन्होंने बताया कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर सहमति बनी है और अब यह सही समय है कि RIC तिकड़ी को दोबारा मजबूत किया जाए।
साथ ही उन्होंने नाटो पर आरोप लगाया कि वह भारत को चीन के खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रहा है, जो क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है।