Income Tax Rules 2025: पत्नी को बड़ी रकम देना पड़ सकता है महंगा, जानिए इनकम टैक्स नियम

बिना दस्तावेज़ या बैंकिंग माध्यम से किए कैश ट्रांजैक्शन बना सकता है इनकम टैक्स की जांच का कारण;

Update: 2025-06-03 09:01 GMT

Income Tax Rules 2025: भारतीय दंपतियों में नकद लेन-देन आम है, लेकिन आयकर अधिनियम की धारा 269SS और 269T के तहत कुछ सख्त नियम लागू हैं। यदि पति पत्नी को ₹20,000 से अधिक नकद देते हैं, तो यह टैक्स कानूनों का उल्लंघन हो सकता है और इनकम टैक्स विभाग नोटिस भेज सकता है। साथ ही, गिफ्ट या निवेश के ज़रिये होने वाली आय पर "क्लबिंग ऑफ इनकम" के प्रावधान लागू हो सकते हैं।

पति-पत्नी के बीच कैश लेन-देन पर इनकम टैक्स की नजर

भारतीय परिवारों में घर चलाने या उपहार देने के लिए नकद राशि देना एक सामान्य बात है। लेकिन जब यह रकम ₹20,000 से अधिक हो जाती है, तो आयकर कानून के अनुसार यह एक संवेदनशील विषय बन जाता है।

Income Tax Rules 2025: धारा 269SS और 269T: जानिए क्या कहती हैं ये धाराएं

  • धारा 269SS: इस नियम के अनुसार, ₹20,000 या उससे अधिक की नकद राशि किसी अन्य व्यक्ति से लेना मना है। यह लेन-देन केवल बैंकिंग माध्यमों जैसे NEFT, RTGS, UPI या अकाउंट पेयी चेक से ही होना चाहिए।
  • धारा 269T: यह धारा कहती है कि ₹20,000 या उससे अधिक की राशि नकद में लौटाना भी प्रतिबंधित है। इसे भी बैंकिंग चैनल से ही लौटाया जाना चाहिए।

पत्नी को कैश देने पर क्या हो सकती है समस्या?

  • उपहार या खर्च के लिए नकद देना: यदि पति अपनी पत्नी को नकद उपहार देते हैं, तो उस राशि पर पत्नी को टैक्स नहीं देना पड़ता। लेकिन यह रकम पति की टैक्स योग्य आय मानी जाएगी।
  • निवेश से हुई कमाई पर टैक्स: यदि पत्नी इस रकम को किसी निवेश (FD, म्यूचुअल फंड, स्टॉक्स आदि) में लगाती है, तो उससे हुई कमाई टैक्स के दायरे में आएगी।
  • इनकम क्लबिंग का खतरा: अगर आयकर विभाग को लगे कि यह ट्रांजैक्शन सिर्फ टैक्स बचाने के उद्देश्य से किया गया है, तो पत्नी की उस आय को पति की आय में जोड़कर टैक्स वसूला जा सकता है।

Income Tax Rules 2025: टैक्स नोटिस से बचने के लिए करें ये ज़रूरी उपाय

  • ₹20,000 से अधिक नकद लेन-देन से बचें
  • हमेशा डिजिटल या बैंकिंग माध्यम जैसे UPI, चेक, RTGS का प्रयोग करें
  • पत्नी की आय और निवेश को ITR में सही ढंग से दिखाएं
  • यदि संपत्ति खरीदी है तो उससे होने वाली आय पर समय पर टैक्स जमा करें
  • सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज़ जैसे बैंक स्टेटमेंट, गिफ्ट डीड, खरीद रसीद आदि संभालकर रखें

कब आ सकता है आयकर विभाग का नोटिस?

इन परिस्थितियों में इनकम टैक्स विभाग नोटिस भेज सकता है:

  • यदि नकद ट्रांजैक्शन का कोई उचित स्पष्टीकरण न हो
  • पत्नी द्वारा किए गए निवेश से हुई आय की ITR में सही जानकारी न दी गई हो
  • गिफ्ट के नाम पर आय को छुपाने की कोशिश की गई हो
  • बैंक या किसी तीसरे स्रोत से विसंगत जानकारी मिलने पर
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