Chandigarh AAP News: कम्युनिटी सेंटर बुकिंग घोटाला: आप का बड़ा आरोप
फर्जी दस्तावेज़, नकली मुहर और दलालों के जरिए गरीबों के नाम पर हजारों की वसूली, आप ने सीबीआई जांच की मांग की;
Chandigarh AAP News: आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ ने नगर निगम के कम्युनिटी सेंटर की बुकिंग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। पार्टी ने दावा किया कि गरीब वर्ग के लिए आरक्षित मुफ्त बुकिंग को पैसे लेकर बेचा गया, और इस घोटाले की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग की है।
घोटाले का खुलासा: आप के गंभीर आरोप
रविवार को चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता के दौरान आप के अध्यक्ष विजय पाल सिंह और अन्य नेताओं ने यह खुलासा किया कि गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के नाम पर की जाने वाली मुफ्त बुकिंग को ₹26,000 से ₹55,000 तक में बेच दिया गया। उन्होंने कहा कि इस फर्जीवाड़े में जाली दस्तावेज़, नकली हस्ताक्षर और फर्जी पार्षद की मुहरों का इस्तेमाल हुआ है।
Chandigarh AAP News: दलालों की भूमिका और फर्जीवाड़े के तरीके
नेताओं का आरोप है कि दलाल खुद को म्युनिसिपल स्टाफ बताकर लोगों से पैसे वसूल रहे थे। उन्होंने सेक्टर-41 के एक गरीब परिवार का उदाहरण देते हुए बताया कि उनके नाम पर सेक्टर-56 के पार्षद की फर्जी मुहर का इस्तेमाल किया गया और 55,000 रुपये की वसूली की गई।
पार्षद मनौर ने खुद स्वीकार किया कि मुहर और दस्तखत नकली हैं। कुछ मामलों में ऐसे बुकिंग स्थलों पर बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज जैसी गाड़ियां खड़ी देखी गईं, जो स्पष्ट संकेत देती हैं कि इन बुकिंग्स में गरीबों का नाम सिर्फ दिखावे के लिए इस्तेमाल हुआ।
व्यवस्था की खामियां: ई-ऑफिस होते हुए भी मैनुअल सिस्टम
आप नेताओं ने कहा कि ई-ऑफिस सिस्टम होते हुए भी फाइलों को मैनुअली प्रोसेस किया जा रहा है, जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला।
उन्होंने यह भी बताया कि दलालों ने लाभ उठाकर गरीब परिवारों की मजबूरी का शोषण किया और मोटी रकम ऐंठी।
Chandigarh AAP News: आप की मांगें और सुझाव
- इस पूरे मामले की सीबीआई या विजिलेंस ब्यूरो से जांच करवाई जाए।
- 100% डिजिटल बुकिंग सिस्टम लागू किया जाए।
- बुकिंग शुल्क में हुई हालिया बढ़ोतरी को तुरंत वापस लिया जाए।
- दोषी कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें सस्पेंड किया जाए।
- पिछले 5 वर्षों की बुकिंग का स्वतंत्र ऑडिट कराया जाए।
- जिन गरीब परिवारों से जबरन पैसे वसूले गए, उन्हें मुआवज़ा दिया जाए।
आप का अनुमान: भारी आर्थिक नुकसान
आप ने अनुमान लगाया कि हर महीने 100 मुफ्त बुकिंग में से 70 फर्जी हो सकती हैं। इस हिसाब से पिछले 5 सालों में निगम को करीब ₹100 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।
नेताओं ने कहा कि यह घोटाला चंडीगढ़ के पार्किंग घोटाले से भी बड़ा है और यह नगर निगम की गिरती आर्थिक स्थिति को और गंभीर बना रहा है।
Chandigarh AAP News: मुफ्त बुकिंग के नियम क्या हैं?
- आवेदक की वार्षिक आय 1.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
- राशन कार्ड या येलो कार्ड जैसे मान्य दस्तावेज जरूरी हैं।
- क्षेत्रीय पार्षद और संबंधित सेक्टर के पार्षद की दोहरी सत्यापन मुहर होनी चाहिए।
- अंतिम अनुमति म्युनिसिपल कमिश्नर देते हैं और शुल्क केवल ₹120 होता है।