Sambhal News: यूपी में बीमा क्लेम के नाम पर कत्ल, 100 करोड़ की ठगी का पर्दाफाश

बीमा के पैसों के लिए मर्डर! यूपी के संभल से उठी परतें, 12 राज्यों में फैलाया जाल;

Update: 2025-05-29 05:41 GMT

Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक चौंकाने वाला घोटाला सामने आया है, जिसमें बीमा की रकम हड़पने के लिए हत्या तक की जा रही थी। पुलिस ने अब तक इस रैकेट में 100 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े का पता लगाया है। गिरोह देशभर के 12 राज्यों में सक्रिय था। अब तक 17 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और 51 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।

बीमा क्लेम के लिए की जा रही थीं हत्याएं

संभल में सक्रिय इस गिरोह का खुलासा पुलिस ने तब किया जब एक गाड़ी चेकिंग के दौरान पकड़ी गई। कार से 11.5 लाख रुपये नकद, 19 डेबिट कार्ड और कई बैंक दस्तावेज मिले। मोबाइल डेटा में 1 लाख से अधिक बीमार और गरीब लोगों की तस्वीरें थीं। इसमें कैंसर और टीबी के मरीजों की तस्वीरें थीं, जिनमें लिखा गया था कि उनके परिजन अब नहीं रहे।

Sambhal News: फर्जी इंश्योरेंस के लिए किए गए कत्ल

संभल की एडिशनल एसपी अनुकृति शर्मा के मुताबिक, कम से कम चार मामलों में बीमा की रकम के लिए हत्या की पुष्टि हुई है। 2022, 2023 और 2024 में ऐसे केस सामने आए जिनमें क्लेम पाने के लिए लोगों की जान ली गई।

एक चौंकाने वाला मामला सामने आया जिसमें एक युवक ने अपने सगे भाई को ई-रिक्शा से गिराकर जान से मार दिया और हादसे का रूप देकर बीमा की रकम हड़प ली।

Sambhal News: मोबाइल डेटा से खुला गिरोह का राज

पुलिस जब मोबाइल में मौजूद डेटा की जांच कर रही थी, तो बीमा क्लेम से जुड़ी चैट्स सामने आईं। इसके बाद पुलिस ने एक-एक कर मृतकों के परिजनों से संपर्क किया और मामले की तह तक पहुंची।

नाम पर बीमा, पैसा किसी और के खाते में

पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि कई बार बीमा की जानकारी मृतकों के परिजनों को नहीं दी गई। कई केसों में नाम पर बीमा कराकर परिवार वालों से साइन और दस्तावेज ले लिए जाते थे। फिर बीमा का पैसा आरोपी अपने खाते में डाल लेते थे।

जैसे एक मामले में प्रियंका नाम की महिला के पति की मौत कैंसर से हुई, लेकिन उन्हें बीमा का कोई पैसा नहीं मिला। क्योंकि आरोपियों ने उनके नाम पर बीमा करवाकर सारा पैसा खुद निकाल लिया था।

Sambhal News: गाड़ियों के नाम पर भी किया गया फर्जीवाड़ा

एक अन्य मामले में मृतक के नाम पर लोन लेकर ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल खरीदी गई। मौत के बाद लोन माफ हो गया, लेकिन गिरोह ने गाड़ियां खुद ले लीं। पुलिस ने अमरोहा और आसपास के इलाकों से कई गाड़ियां जब्त की हैं।

मौत के बाद कराया गया बीमा

एक हैरान कर देने वाला केस तब सामने आया जब एक व्यक्ति त्रिलोक के नाम पर उसकी मौत के बाद बीमा कराया गया और क्लेम किया गया।

Sambhal News: विकलांग युवक की हत्या करके इंश्योरेंस क्लेम

बदायूं जिले में एक विकलांग व्यक्ति की हत्या कर उसके नाम पर क्लेम किया गया। उसके साथी हरिओम ने एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन जांच में सामने आया कि उसी ने अपने साथी के साथ मिलकर हत्या की थी और उसे एक्सीडेंट का रूप दिया गया।

गिरोह का नेटवर्क: ASHA वर्कर से लेकर प्रधान तक शामिल

इस नेटवर्क में आशा वर्कर, ग्राम प्रधान और बैंक कर्मचारी भी शामिल थे। ये लोग बीमार और कमजोर लोगों की जानकारी गिरोह तक पहुंचाते थे, फर्जी बैंक खाते खुलवाते थे और कागज तैयार कर बीमा क्लेम ले लेते थे।

एडिशनल एसपी अनुकृति शर्मा ने बताया कि इस मामले में कई सरकारी कर्मचारी और बीमा कंपनियों के अधिकारी भी पुलिस की जांच के घेरे में हैं।

Tags:    

Similar News