
Germany-Ukraine Ties: जर्मनी यूक्रेन को बनाएगा मिसाइलों में आत्मनिर्भर

Germany-Ukraine Ties: जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल तकनीक विकसित करने में मदद देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि इन मिसाइलों पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंध लागू नहीं होंगे। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब रूस ने 2 जून को इस्तांबुल में सीधी वार्ता के लिए यूक्रेन को आमंत्रित किया है। उधर, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस पर नए प्रतिबंध लगाने से इनकार कर दिया है।
जर्मनी देगा यूक्रेन को मिसाइल तकनीक विकसित करने में मदद
जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने बुधवार को कहा कि उनका देश यूक्रेन को खुद की लंबी दूरी की मिसाइल प्रणाली विकसित करने में मदद करेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन मिसाइलों के इस्तेमाल पर पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए किसी प्रकार के प्रतिबंध लागू नहीं होंगे। मर्ज ने कहा कि इस मदद का उद्देश्य यूक्रेन को रूस के खिलाफ अपने बचाव को और मजबूत करना है।
Germany-Ukraine Ties: पश्चिमी हथियारों पर लगते हैं रेंज और टारगेट के प्रतिबंध
यूक्रेन को बीते वर्षों में अमेरिका और यूरोपीय देशों से मिले हथियारों में कुछ ऐसे थे, जिनके उपयोग पर प्रतिबंध थे। इसका कारण यह था कि यदि यूक्रेन इनका इस्तेमाल रूस के भीतर गहराई तक करता, तो इससे युद्ध और अधिक व्यापक हो सकता था, जिससे नाटो सीधे संघर्ष में घिर सकता था।
"यूक्रेन को आत्मनिर्भर बनाना है", बोले मर्ज
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में मर्ज ने कहा कि सहयोग समझौते के तहत जर्मनी यूक्रेन को वह सभी क्षमताएं देने की कोशिश करेगा, जिससे वह आत्मनिर्भर होकर अपनी सुरक्षा कर सके। उन्होंने कहा, "यूक्रेन अब ऐसी मिसाइल बना सकेगा जिससे वह अपने क्षेत्र के बाहर भी सैन्य लक्ष्यों पर सटीक जवाब दे सके।"
Germany-Ukraine Ties: रूस का यूक्रेन को सीधी वार्ता का न्योता
इस बयान के कुछ घंटों बाद, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने 2 जून को इस्तांबुल में प्रत्यक्ष शांति वार्ता के लिए यूक्रेन को आमंत्रित किया। एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि इस वार्ता में रूस अपने प्रस्तावों को स्पष्ट करेगा और युद्ध समाप्त करने का रास्ता बताएगा।
ट्रंप ने रूस पर नए प्रतिबंधों से किया इनकार
इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे फिलहाल रूस पर नए प्रतिबंध नहीं लगाएंगे ताकि शांति वार्ता की प्रक्रिया बाधित न हो। उन्होंने कहा, "अगर मुझे लगेगा कि कोई समझौता हो सकता है, तो मैं कोई ऐसा कदम नहीं उठाऊंगा जिससे स्थिति बिगड़े।"
Germany-Ukraine Ties: इस्तांबुल में 16 मई को हुई थी पहली वार्ता
रूस और यूक्रेन के निचले स्तर के प्रतिनिधियों ने 16 मई को इस्तांबुल में तीन वर्षों के बाद पहली बार आमने-सामने बातचीत की थी। यह बातचीत लगभग दो घंटे चली, जिसमें कोई बड़ी सफलता तो नहीं मिली, लेकिन दोनों देशों ने 1,000 कैदियों की अदला-बदली पर सहमति जताई थी।
Chavi Sharma
Chavi Sharma is a senior content writer at Hindustan Reality with over 13 years of experience in content creation, blogging, and digital storytelling. Passionate about accurate and impactful journalism, she now brings her expertise to news writing — covering the latest updates from Himachal Pradesh with clarity and responsibility.