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Boycott Turkish Products India: तुर्की से व्यापार बंद, देशभक्ति में व्यापारियों का बड़ा फैसला

Chavi Sharma
14 May 2025 1:04 PM IST
Boycott Turkish Products India: तुर्की से व्यापार बंद, देशभक्ति में व्यापारियों का बड़ा फैसला
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तुर्की के पाकिस्तान समर्थन पर देश के व्यापारियों ने दिखाया विरोध, सेब से लेकर मार्बल तक का बहिष्कार

Boycott Turkish Products India: भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करना भारतीय व्यापारियों को नागवार गुजरा। पुणे के व्यापारियों ने तुर्की से आयातित सेब की बिक्री रोक दी है, वहीं उदयपुर के मार्बल व्यापारियों ने भी तुर्की से आयात बंद करने का निर्णय लिया है। यह कदम न केवल आर्थिक, बल्कि एक सशक्त देशभक्तिपूर्ण संदेश भी है।

तुर्की के समर्थन पर भड़के व्यापारी, सेब की बिक्री पर लगाया ब्रेक

भारत और पाकिस्तान के बीच गहराते तनाव के दौरान तुर्की ने पाकिस्तान का खुलकर पक्ष लिया, जिससे भारतीय बाजारों में इसका असर देखने को मिला है। महाराष्ट्र के पुणे में फल व्यापारियों ने तुर्की से आयातित सेब की बिक्री पूरी तरह बंद कर दी है। हर साल पुणे में करीब ₹1,000 से ₹1,200 करोड़ के तुर्की सेब बिकते थे, जो अब बाजार से गायब हो चुके हैं।

पुणे एपीएमसी मार्केट के व्यापारी संयोग जेंडे ने कहा, “हमने तुर्की से सेब मंगाना पूरी तरह रोक दिया है। अब ईरान, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे विकल्पों से सेब मंगवाए जा रहे हैं।” एक अन्य व्यापारी ने बताया कि तुर्की सेबों की मांग में 50% की गिरावट आई है, क्योंकि ग्राहक अब खुद आगे बढ़कर बहिष्कार कर रहे हैं।

Boycott Turkish Products India: ग्राहकों का समर्थन, बोले- दुश्मन के साथ व्यापार क्यों करें?

पुणे के आम लोगों ने भी इस विरोध में खुलकर साथ दिया है। एक ग्राहक ने कहा, “जब हमारे देश के खिलाफ बोलने वाले देश का सामान लेना जरूरी नहीं, तो क्यों लें? हमारे पास अच्छे विकल्प हैं।” स्थानीय नागरिकों ने सरकार से आग्रह किया कि वो ऐसे देशों के सामानों पर प्रतिबंध लगाए और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दे।

उदयपुर के मार्बल कारोबारियों का ऐलान - तुर्की से अब नहीं मंगवाएंगे पत्थर

उदयपुर, जो एशिया का सबसे बड़ा मार्बल हब है, वहां के व्यापारियों ने भी तुर्की के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है। उदयपुर मार्बल प्रोसेसर्स कमेटी के अध्यक्ष कपिल सुराना ने बताया कि कमेटी ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि जब तक तुर्की पाकिस्तान का साथ देगा, तब तक उससे मार्बल का आयात नहीं किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि भारत में आयातित मार्बल का लगभग 70% हिस्सा तुर्की से आता है, लेकिन अब यह व्यापार रोक दिया गया है। सुराना ने कहा, “यह सिर्फ विरोध नहीं, बल्कि भारत के मार्बल उद्योग के लिए अवसर है।”

Boycott Turkish Products India: स्थानीय उद्योग को मिलेगा फायदा, रोजगार में होगी बढ़ोतरी

सुराना का कहना है कि तुर्की से आयात बंद होने से भारत के घरेलू मार्बल उद्योग की मांग बढ़ेगी। इसका सीधा फायदा देश की अर्थव्यवस्था और स्थानीय मजदूरों व खनन क्षेत्र को होगा। इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और देश आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम और बढ़ाएगा।

राजनीतिक मतभेदों का असर अब व्यापार पर भी साफ

भारत और पाकिस्तान के बीच चले आ रहे तनाव ने अब व्यापारिक निर्णयों को भी प्रभावित किया है। तुर्की लंबे समय से पाकिस्तान का समर्थक रहा है, लेकिन इस बार भारतीय व्यापारियों ने इसका आर्थिक जवाब देना शुरू कर दिया है। यह दर्शाता है कि अब देश के व्यापारी और नागरिक भी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।

Chavi Sharma

Chavi Sharma

Chavi Sharma is a senior content writer at Hindustan Reality with over 13 years of experience in content creation, blogging, and digital storytelling. Passionate about accurate and impactful journalism, she now brings her expertise to news writing — covering the latest updates from Himachal Pradesh with clarity and responsibility.

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