India Pakistan War News: भारत-पाकिस्तान के बीच शुरू हुए युद्ध में पाकिस्तान को अब सऊदी अरब से भी फटकार सुननी पड़ी है। सऊदी उप विदेश मंत्री आदिल अल जुबैर ने इस्लामाबाद में पाक पीएम शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर को सख्त संदेश दिया कि युद्ध से बचें। इससे पहले जुबैर भारत यात्रा पर आए थे, जहां एस जयशंकर ने भारत की स्पष्ट नीति बताई थी। भारत ने जवाबी हमले में पाकिस्तान के तीन एयरबेस तबाह कर दिए और पाक के दो फाइटर जेट मार गिराए।
भारत-पाक युद्ध शुरू, पाकिस्तान ने किया नागरिक इलाकों पर हमला
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। पाकिस्तान की ओर से मिसाइल और ड्रोन हमलों में भारत के सिविल इलाकों को निशाना बनाया गया। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के भीतर बड़ी कार्रवाई की और तीन प्रमुख एयरबेस को तबाह कर दिया। भारत ने सीमा पर आ रहे दो पाकिस्तानी फाइटर जेट भी गिरा दिए। देश के कई इलाकों में पाकिस्तानी ड्रोन के मलबे पाए गए हैं, जिससे जाहिर है कि पाकिस्तान अंधेरे में छिपकर भारतीय शहरों पर हमला कर रहा था।
India Pakistan War News: सऊदी विदेश उपमंत्री पहुंचे इस्लामाबाद, पाक नेतृत्व को लगाई फटकार
भारत की यात्रा के अगले ही दिन, सऊदी अरब के उप विदेश मंत्री आदिल अल जुबैर पाकिस्तान पहुंचे। इस्लामाबाद में पीएम शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर खुद उनकी अगवानी को मौजूद थे। बैठक के दौरान जुबैर ने पाकिस्तान को साफ चेतावनी दी कि युद्ध से कुछ हासिल नहीं होगा और उन्हें इस रास्ते से पीछे हट जाना चाहिए। शहबाज और मुनीर चुपचाप उनकी बातें सुनते रहे, जो इस बात का संकेत था कि पाकिस्तान दबाव में है।
भारत में जयशंकर से मुलाकात के बाद बदला रुख
सऊदी मंत्री की भारत यात्रा भी काफी अहम रही। 8 मई को उन्होंने नई दिल्ली में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान जयशंकर ने पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सख्त नीति से सऊदी को अवगत कराया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि पाकिस्तान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जवाब देने की कोशिश करता है, तो भारत उसे करारा सबक सिखाएगा। माना जा रहा है कि इसी का असर था कि सऊदी ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया।
India Pakistan War News: पाकिस्तान को नहीं मिल रहा अंतरराष्ट्रीय समर्थन
सऊदी अरब की यात्रा को क्षेत्रीय शांति बनाए रखने की कोशिश माना जा रहा है। पाकिस्तान अब अन्य अरब देशों से समर्थन पाने की कोशिश कर रहा है, मगर जयशंकर पहले ही सऊदी, कतर जैसे देशों से संवाद कर अपना पक्ष मजबूत कर चुके हैं। नतीजतन, चीन और तुर्की को छोड़ कर शायद ही कोई बड़ा देश पाकिस्तान के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है।