CRPF ASI Arrest: दिल्ली से गिरफ्तार, पाक एजेंसी को दे रहा था खुफिया जानकारी
दिल्ली से गिरफ्तार किया गया CRPF का ASI, दो सालों से पाकिस्तान को दे रहा था संवेदनशील जानकारियां;
CRPF ASI Arrest: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सख्ती बढ़ा दी है। इसी बीच, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक सहायक उप निरीक्षक (ASI) मोती राम जाट को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी खुफिया जानकारी पाकिस्तान की एजेंसियों को देने के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को हर महीने पैसे मिलते थे और वह पिछले दो वर्षों से सक्रिय रूप से जासूसी कर रहा था।
जासूसी के आरोप में CRPF का ASI गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद देशभर की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट हो गई हैं। जांच के दौरान केंद्रीय एजेंसियों ने दिल्ली से CRPF के ASI मोती राम जाट को गिरफ्तार किया है, जिस पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को महत्वपूर्ण जानकारियां साझा करने का आरोप है। जांच में सामने आया कि आरोपी को एक महिला पत्रकार के भेष में संपर्क किया गया था, जिसने खुद को चंडीगढ़ के एक बड़े चैनल की रिपोर्टर बताया था।
CRPF ASI Arrest: पाकिस्तानी अधिकारी पत्रकार बनकर करता था संपर्क
सूत्रों के मुताबिक, शुरू में महिला पत्रकार के रूप में एक महिला ने उससे संपर्क किया और वीडियो कॉल, मैसेजिंग और बातचीत के जरिए जानकारी ली। इसके बाद एक पुरुष, जो असल में पाकिस्तानी एजेंसी का अधिकारी था, पत्रकार बनकर बातचीत करने लगा और जाट को गुप्त दस्तावेज भेजने के लिए प्रेरित करता रहा।
दो सालों से साझा कर रहा था संवेदनशील जानकारियां
रिपोर्ट के अनुसार, मोती राम जाट पिछले दो वर्षों से पाकिस्तान को गुप्त सूचनाएं भेज रहा था। इनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की यात्रा की जानकारी, CRPF की तैनाती, जवानों की गतिविधियां, MAC रिपोर्ट्स, और आतंकी गतिविधियों से जुड़ी जानकारियां शामिल थीं। उसने सुरक्षा कारणों से 50 टूरिस्ट स्पॉट बंद करने के फैसले की जानकारी भी साझा की थी।
CRPF ASI Arrest: हर महीने मिलते थे पैसे
जांच में खुलासा हुआ है कि जाट को हर महीने ₹3,500 नियमित तौर पर दिए जाते थे और विशेष जानकारी देने पर ₹12,000 तक अतिरिक्त राशि भी मिलती थी। ये धनराशि उसके और उसकी पत्नी के बैंक खातों में जमा होती थी।
कोई संदेश नहीं किया डिलीट
जांच के दौरान जब सुरक्षा एजेंसियों ने जाट का मोबाइल फोन खंगाला तो पाया कि उसने किसी भी चैट या मैसेज को डिलीट नहीं किया था। इससे उसकी बातचीत, दस्तावेज साझा करने की प्रक्रिया और धन लेन-देन की जानकारी स्पष्ट हो पाई।
CRPF ASI Arrest: कोर्ट ने 6 जून तक भेजा हिरासत में
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे 6 जून तक NIA की हिरासत में भेज दिया है। एनआईए ने पुष्टि की है कि आरोपी पिछले साल 2023 से लगातार पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था और इसके बदले धन भी प्राप्त करता था।
सेवा से बर्खास्त किया गया
CRPF प्रवक्ता ने बताया कि मोती राम जाट को सेवा से तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। एजेंसियों की निगरानी में उसकी सोशल मीडिया गतिविधियों में कई गंभीर उल्लंघन पाए गए थे।