Pollachi Gangrape Case: तमिलनाडु के पोलाची में साल 2019 में सामने आए एक बहुचर्चित गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग केस में 8 पीड़ित महिलाओं को आखिरकार इंसाफ मिल गया है। इस मामले में 9 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। इन दरिंदों ने लड़कियों को झांसे में लेकर गैंगरेप किया, वीडियो बनाए और फिर ब्लैकमेल कर पैसा वसूला। इस घिनौने रैकेट का पर्दाफाश एक 19 वर्षीय लड़की की बहादुरी से हुआ।
6 साल बाद मिला इंसाफ, 9 दोषियों को उम्रकैद
कोयंबटूर की एक अदालत ने मंगलवार को इस भयानक मामले में 9 आरोपियों को गैंगरेप का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अब ये दरिंदे मरते दम तक सलाखों के पीछे रहेंगे। साथ ही पीड़ित महिलाओं को कुल 85 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर देने का आदेश भी दिया गया।
Pollachi Gangrape Case: 19 साल की छात्रा ने उठाई आवाज, सामने आया घिनौना सच
यह पूरा मामला तब उजागर हुआ जब 12 फरवरी 2019 को पोलाची की एक कॉलेज छात्रा ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। उस लड़की की हिम्मत की बदौलत यह रैकेट बेनकाब हुआ, जो न जाने कितनी और मासूम लड़कियों को अपना शिकार बना सकता था।
दरिंदों के नाम: कौन थे इस गिरोह में शामिल?
इस केस में दोषी करार दिए गए 9 आरोपी हैं – रिश्वंथ उर्फ सबरीराजन, के. थिरुनावुकारसु, एम. सतीश, टी. वसंतकुमार, आर. मणिवन्नन, पी. बाबू उर्फ ‘बाइक बाबू’, के. अरुलानंथम, टी. हारोनिमस पॉल और एम. अरुण कुमार।
Pollachi Gangrape Case: कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम – झांसे से लेकर ब्लैकमेलिंग तक
सबरीराजन नामक आरोपी ने लड़की को यह कहकर बुलाया कि उसे कुछ ज़रूरी बात करनी है। लड़की जब पोलाची बस स्टॉप पर पहुंची, तो वह पहले से कार में मौजूद था। कार में बिठाकर उसे सुनसान जगह ले जाया गया, जहां पहले से मौजूद अन्य आरोपी भी उसमें शामिल हो गए। लड़की के साथ जबरन गैंगरेप किया गया, वीडियो बनाया गया, और उसे धमकाया गया कि अगर पैसे नहीं दिए या दोबारा संबंध नहीं बनाए तो वीडियो वायरल कर दिए जाएंगे।
पुलिस और सीबीआई की जांच में कैसे हुआ खुलासा
पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल और लैपटॉप से कई अन्य लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो बरामद किए। थिरुनावुक्कारासु और सबरीराजन के फोन से तीन और महिलाओं के वीडियो मिले। इसके बाद CBI ने जांच संभाली और पांच और आरोपियों की गिरफ्तारी की गई।
Pollachi Gangrape Case: कैसे फंसाते थे मासूम लड़कियों को?
सबरीराजन पहले लड़कियों से दोस्ती करता, फिर उन्हें एकांत में बुलाकर जबरन संबंध बनाता या उन्हें जाल में फंसाता। उसके साथी दूर से पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड करते। फिर वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल करते और बार-बार पैसे व यौन संबंध की मांग करते।
2016 से 2018 तक चला रैकेट, 2019 में खुला राज
जांच में यह भी सामने आया कि यह गिरोह पिछले कई वर्षों से सक्रिय था। 2016 से 2018 के बीच कई लड़कियों को शिकार बनाया गया। 2019 में गिरफ्तारी के बाद आरोपी जेल में बंद हैं और अब अदालत ने उन्हें सजा सुनाई है।
Pollachi Gangrape Case: CBI को मिले चौंकाने वाले सबूत
जांच के दौरान आरोपियों के मोबाइल और लैपटॉप से न सिर्फ पीड़ितों के वीडियो मिले बल्कि इंटरनेट से डाउनलोड किए गए पोर्न वीडियो भी मिले, जिनका इस्तेमाल वे लड़कियों को धमकाने के लिए करते थे।