Kangra News | धर्मशाला में पूर्व डीएफओ डॉ. अशोक कुमार ने गर्मियों के मौसम में जंगलों में लगने वाली आग को लेकर लोगों से सतर्क रहने और सहयोग की अपील की है। उन्होंने बताया कि ऐसी घटनाएं कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को बढ़ाकर पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही हैं।
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धर्मशाला, कांगड़ा: बुधवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेवानिवृत्त डीएफओ डॉ. अशोक कुमार ने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे गर्मियों में जंगलों में लगने वाली आग को रोकने में प्रशासन की मदद करें। Kangra News उन्होंने चेताया कि जंगलों की आग से न केवल पेड़-पौधे और वन्यजीवों को नुकसान होता है, बल्कि इससे वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा भी बढ़ जाती है।
डॉ. कुमार ने कहा कि जंगलों में आग लगने से उत्पन्न धुएं से वातावरण गर्म होता जा रहा है, जिससे तापमान में असामान्य वृद्धि हो रही है। यह परिवर्तन सीधे तौर पर लोगों के स्वास्थ्य पर असर डाल रहा है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस के रोगियों के लिए यह और भी खतरनाक साबित हो सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि जंगलों को आग से बचाने के लिए सामूहिक जागरूकता और भागीदारी जरूरी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जंगलों में आग न लगाएं और यदि कहीं आग लगती है तो तुरंत वन विभाग या स्थानीय प्रशासन को सूचित करें।